क्या आप Full Stack Developer बनना चाहते है ? ताकि डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में सामिल सारी techniques में मास्टर हो सके | ताकि अब बहुत तेजी से एक प्रोटोटाइप बना सके product की कीमत को कम करना आपके हाथ में हो | जरुरत के आधार पर Frontend और Backend के बीच में आप switch भी कर सके |
आने वाले टेक्नोलॉजीज के सारे आस्पेक्ट आसानी से समझ में आए और अच्छा सैलरी पैकेज पा कर Enjoy कर सके | क्यूंकि आज सॉफ्टवेर इंडस्ट्री में फुल स्टैक डेवलपर की बहुत ज्यादा मांग है तो फिर आपका फुल स्टैक developer बनने के इरादा रखना तो बनता ही है |
और फिर इतन सारे खूबियाँ को जानने के बाद तो आप सॉफ्टवेर programming की इस दुनिया में फुल स्टैक डेवलपर बनने के लिए तैयार भी हो गये होंगे लेकिन क्या आप इसके बारे में यानि की full stack development kya hai के बारे जानते है | हो सकता है की आपको इस बारे में थोड़ी जानकारी हो लेकिन अगर आप इसके बारे में बिलकुल भी नही जानते है तो आप इस आर्टिकल के जरिये full stack development kya hai के बारे पुरे विस्तार से ज्ञान हासिल कर लेंगे|
Full Stack Development kya hai
Full stack development में web application की frontend यानि की client site और backend यानि sever site portion का development शामिल होता है | और फुल स्टैक web डेवलपर complete web application और वेबसाइट को डिजाईन करने की क्षमता रखता है |
क्यूंकि वो web application या वेबसाइट के Frontend, Backend, Database और Debuging पर काम करता है | ये फुल स्टैक डेवलपर ऐसे allrounders होते है जो बहुत सारे skills में मास्टर होते है और उन skill का यूज़ करके प्रोजेक्ट को स्वतंत्र रूप से complete करते है |
Front End क्या है ?
Frontend, वेबसाइट और web application का दिखने वाला भाग होता है जो यूजर एक्स्प्रिएंस के लिए responsible होता है क्यूंकि यूजर डायरेक्टली वेबसाइट और web application के frontend भाग से सामना करता है |
अगर हम आसान भाषा में समझे तो आप इसे ऐसे भी समझ सकते है की जो हमें हमारे मोबाइल या कंप्यूटर के स्क्रीन पर सामने दीखता है जैसे text बॉक्स, बटन, इमेज आदि उसे ही frontend कहते है |
एक web पेज पर लोगो search bar और overall layout सब कुच्छ frontend में ही आता है और frontend डेवलपर वेबसाइट के लुक और फील का incharge होता है | इसकी जिम्मेदारी यह assured भी करना होता है की वेबसाइट हर device पर यानि की phone पर टैब्स पर और कंप्यूटर स्क्रीन पर अच्छी दिखाई दे |
Frontend portion जिन languages से मिल कर बना है वो है
HTML
यानि Hyper Text Markup Language जो वेब पेजेज के frontend भाग को डिजाईन करने में उसे की जाती है | हम ऐसे भी समझे सकते है की जो स्क्रीन पर वेब पेज दिखाई देता है और उसमे जो कुच्छ भी लिखा हुवा या फोटो वगैरा दीखता है वो सब HTML के मदद से ही दीखता है |
उदाहरण के तौर पर कहीं पर एक घर बना हुवा है और उस पर कोई पेंटिंग या डिजाइनिंग का काम नहीं किया हुवा है | उसी तरह से HTML का काम है सिर्फ web पेज का ढांचा बना देना |
CSS
यानि Cascading Style Sheet जो की डिजाईन language है और वेब पेजेज को अच्छा बनाने और डिजाईन करने में मदद करती है | इसे मुख्य रूप से web पेज को डिजाईन करने के लिए यूज़ किया जाता है |
आपने जो ऊपर उदाहरण देखा की html का यूज़ करके ढांचा बनाया जाता है अब उस ढ़ांचे को डिजाईन करने और सुन्दर दिखाने के लिए CSS का इस्तेमाल किया जाता है |
Java Script
ये ऐसी scripting language है जो site को यूजर के लिए इंटरैक्टिव बनाती है|
इन languages के अलावा framework और लाइब्रेरी भी होती है जो कुच्छ इस तरीके से काम करती है जैसे ब्रेड पर बटर और जैम करते है यानि उसे और भी ज्यादा टेस्टी बना देते है | क्यूंकि ये performence को बेहतर बनाने में मदद करते है टाइम बचाते है |
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मुझे उम्मीद है की आब आपको Full Stack Development kya hai ? समझ में आने लगा होगा अब जानते है framework के बारे में |
Frame Work क्या है ?
framework software resources और टूल्स का ऐसा सेट होता है जिसके जरिये Developers web application, Web Services और Website को build और मैनेज करते है |
Library क्या है ?
लाइब्रेरी specific Functionlity के लिए हेल्पर function object और module का सेट provide कराती है | इसे हम इस तरह से भी समझ सकते है जैसे की ढेर सारी अलग अलग function बना कर एक जगह स्टोर कर के पहले से रख दिया गया है और हमें जहाँ जरुरत पड़ता है वहां हम उसे यूज़ कर लेते है | लाइब्रेरी का ये एक फायदा होता है |
Frontend में मौजूद Frameworks और Libraries ये है :
Angular JS: यह एक Java Script Open Source फ्रेमवर्क है जो मुख्य रूप से single पेज web application को बनाने में यूज़ होता है | ये static HTML को dynamic HTML में बदलता है इसे कोई भी यूज़ कर सकता है और change भी कर सकता है |
Bootstrap: ये responsive वेबसाइट और web application बनाने के लिए एक फ्री और open source टूल है | इसमें ज्यादा तर काम CSS का होता है |
React.JS: ये यूजर इंटरफ़ेस बनाने के लिए javascript लाइब्रेरी है जो application के केवल view layer के जिम्मदार होती है |
JQuery: यह open source javascript लाइब्रेरी है जो HTML और CSS document के बीच interaction को सरल बनाती है |
SAAS: ये सबसे ज्यादा भरोसेमंद और परिपक्व CSS extension language है जो किसी site के मौजूदा CSS की Functionality को बढ़ाने के इस्तेमाल होती है
ये तो हुई frontend के बारे में अब जान लेते है backend के बारे में |
Back End क्या है ?
इसमें web application और वेबसाइट का server site आता है और इसका focus इसी पर होता है की वेबसाइट कैसे काम करती है | इसमें application का वो पार्ट आता है जिसे यूजर नहीं देखता है |
एक backend डेवलपर वेबसाइट के लॉजिक पर server बनाने पर डेटाबेस और API के साथ काम करने पर अपना धयान देता है |
Backend में यूज़ होने languages है :
PHP: यह एक server site scripting language है जो विशेष रूप से web development के डिजाईन की गयी है |
C++: यह एक जनरल purpose programming language है और competitive programming बहुत यूज़ होती है |
Java: यह सबसे ज्यादा पोपुलर programming language है और Highly scalable भी है ऐसा माना जाता है की यह सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने programming language है |
Java Script: ये language frontend और backend programming के रूप में यूज़ की जाती है |
Python: ये programming language work speed को बढाती है और system को ज्यादा कुशलता integrate करने में मदद करती है |
इनके अलावा C#, Ruby, REST, GO, भी backend language होती है |
और अब जान लेते है backend के यूज़फुल frameworks के बारे में ये framework server site languages की Libraries होती है जो किसी site के backend स्ट्रक्चर को construct करती है |
Nod.JS: ये एक ओपन source server enviornment जो बहुत से प्लेटफार्म पर run करता है और ये server पर javascript का यूज़ करता है | ये न तो एक framework है और न ही programming language | ये बहुत सी javascript module की rich library भी प्रदान कराता है जो web application के development को आसान बनाता है |
Express.JS: यह एक flexible Nod.js web application framework है जो web और मोबाइल application के लिए feature का strong सेट provide कराता है |
LARAVEL: ये टॉप PHP frameworks में से एक है जो data के साथ साथ यूजर को भी enhanced security ऑफर करता है |
अब जानते है डेटाबेस के बारे में क्यूंकि हमने इस आर्टिकल में पहले ये जाना है की Full stack Developer kya hai और ये frontend, backend और debugging पर काम करता है और इनमे से frontend और backend के बारे में हम बात कर ही चुके है तो अब जानते है डेटाबेस के बारे में |
DataBase क्या है ?
क्यूंकि हर सॉफ्टवेर product को data स्टोर करने के लिए एक डेटाबेस की जरुरत पड़ती है | और ये डेटाबेस interrelated data का ऐसा कलेक्शन होता है जो डेटाबेस से data के Efficient retrival, insertion और deletion में मदद करता है | और data को टेबल views और रिपोर्ट्स की form में organized करत है |
ऐसे कुच्छ डेटाबेस है :
Oracle
ये ऐसे data का कलेक्शन है जो एक यूनिट के रूप में trite किया जाता है इसका उदेध्य query रिलेटेड इनफार्मेशन को स्टोर और retrive करना होता है |
Mongo DB
यह एक open source NOSQL यानि Non Relational Database Management program है और NOSQL Traditional database के विकल्प के रूप में यूज़ होता है | ये डेटाबेस ditributed डेटा के large sets के साथ working में बहुत ही यूज़फुल रहते है |
SQL
SQL यानि की Structured Query Language एक standerd डेटाबेस language है जो रिलेशनल डेटाबेस को create, maintain और retrive करने में यूज़ होती है |
Debugging क्या होता है ?
software programs development process के दौरान heavy testing, updating, troubleshooting और maintenance से गुजरते है और सॉफ्टवेर में आमतौर पर Errors और Bugs होते है जिन्हें हटाया जाता है | ऐसे में debugging ही वो process है जो सॉफ्टवेर में bug को fix करता है | इसमें errors को पहचानना, analyse करना और remove होता है |
एक Full Stack Developer बनने के लिए इनके अलावा testing version control और problem solving skills का होना भी जरूरी है |
Testing में कोड के लिए टेस्ट लिखना आता है और version control project के कोड में changes को ट्रैक और manage करने का एक तरीका होता है |
Full Stack Developer की सैलरी कितनी होती है ?
Full stack developer की एवरेज सैलरी लगभग 6 लाख प्रतिवर्ष से शुरू होती है | और Tata Consultancy Services, IBM, Vassar Labs, Report Garden, और Accenture जैसी टॉप कंपनियां full stack developer को recrute करती है |
आपने क्या सिखा :
दोस्तों आजके इस आर्टिकल में हमने आपका सवाल यानिकी Full Stack Development kya hai का जवाब पुरे विस्तार से दिया है | अगर इससे जुड़ी और कोई भी सवाल आपके मन आरहा है तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते है हम आपके सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे |
मुझे उम्मीद है हमारा लिखा हुआ यह आर्टिकल पसंद आया होगा अगर यह आर्टिकल हेल्पफुल लगा हो तो आप इसे अपने दोस्तों और social media पर share कर सकते है | धन्यवाद!